काश जिंदगी की मेरी, कभी शाम आ जाये मीलों दूर चले पैरों को, कही आराम आ जाये अब और ठोकरे हम झेल ना पाएंगे ये खुदा, काश सांसों पे मेरी ,अब पूर्ण विराम आ जाये ... ©K Atulya #Deep_Pain