प्रेम की तेरी वो निशानियाँ, जिसे देख मिली बदनामियाँ जी रहे हैं आत्म सम्मान को, लोग बनाते ही हैं कहानियाँ ।। ©चंचल Mahaur स्वर' प्रेम की तेरी वो निशानियाँ, जिसे देख मिली बदनामियाँ जी रहे हैं आत्म सम्मान को, लोग बनाते ही हैं कहानियाँ ।। 🙂👀🤞 © #चंचल_माहौर 'स्वर' #प्रेम #झूठ #निशानियां #मुक्तक #शेर #साहित्य_सागर