जो कहना था उनसे,कह नहीं पाए, बिन कहे भी तो हम रह नहीं पाए, रुख़सत ना हो जाए वो चेहरा निगाहों से, फिक्र में अश्क़ भी तो बह नहीं पाए।। एक शिकायत है ख़ुद से बात नहीं कह पाए उस से कितनी बातें थीं कहने की इस ख़याल को अपने शब्दों में ढालें। Collab करें। #कहनहींपाए