मिलते है जो भी हमदर्द , मुझसे मेरा दर्द बाटने..... उनसे दुआ है , इल्तजा है , गुजारिश है..... मेरे करीब आकर मुझे और दर्द न दे । करीब आकर तुम भी दूर चले जाओगे , शायद इस बात का तुम्हे कोई फर्क न पड़े....... मग़र अपनी तन्हाई का गम हम फिर से किससे कहे और कैसे सहे ।। मेरी कलम से प्यारा बिरजू😊😐 मिलते है जो भी हमदर्द , मुझसे मेरा दर्द बाटने..... उनसे दुआ है , इल्तजा है , गुजारिश है..... मेरे करीब आकर मुझे और दर्द न दे । करीब आकर तुम भी दूर चले जाओगे , शायद इस बात का तुम्हे कोई फर्क न पड़े....... मग़र अपनी तन्हाई का गम हम फिर से किससे कहे और कैसे सहे ।। मेरी कलम से