मेरा चाँद! लौटा दे कोई खो गया कहाँ... हो तो बता दे कोई दो दिन गए रात पूनम की चाँदनी उसका भी मुझे पता दे कोई ये बिखरी बिखरी निगाहें ये उदास चेहरा दिल में जैसे उतर रहा हो अँधेरा गहरा ये बेरंग! बेनियाज़! आरिज़ मेरा चाँद ऐसा तो नहीं? किसी के नज़र के धोखे ने कहीं उसको बदल दिया तो नहीं? बड़ी भीड़ है दुनियाँ में लोग भटक जाते हैं पर दर का पता हो तो भूले भी लौट आते हैं ना मालूम मेरे दिल का पता भी मेरे चाँद को है पता कि नहीं? #toyou#yqmusings#yqreflection#yqilovemoon#yqquest#yqsearchingfor