दारू पी जल हो गया खून। फिरै ढूंढता लौंडा मून।। मून मैं दाग लगे हैं भईया। नित खोजै इत-उत ऊ सईंया।। ना बुझ पावै आग? भाग बावले भाग... ©अश्वनी कुमार चौहान #जयहो #Mic