सुनाकर दास्तान-ए-दिल, हम बहुत मशहूर हो गए......... जिसे हमने चाहा था कभी, हम तो उसी से दूर हो गए....... ठहराकर हमको गुनहगार, वो तो खुद बेकसूर हो गए....... उनको देखने को हैं तरसे, हम इतने मजबूर हो गए......... नशे से दूर रहने की सबको, अक्सर देते रहे नसीहत हम..... मयखाने में लेकर बैठे जाम, खुद नशे में हम चूर हो गए...... ©Poet Maddy सुनाकर दास्तान-ए-दिल, हम बहुत मशहूर हो गए......... #Narrate#HeartStory#Famous#Want#Guilty#Innocent#Helpless#Advice#Tavern#Intoxicated.........