अश्कों की हुकूमत है, नाज़ुक सी आँखों पर, थोड़ी भी इजाज़त नहीं, निगाहों को मुस्कराने की! — % & कितनी ही कोशिश कर ली, ग़म भुलाने की, तकलीफ़ है कि नाम ना लेती कहीं जाने की! #जग_की_रीत_है_कुमारकीकलमसे #kumaarsthought #kumaarwrites2022 #ग़म #निगाहें #kumaaronzindagi