हाथों में चिंगारी पकड़े बातों में खुद्दारी पकड़े पैरों से धरती खुजलाई तब तूफां चाल हमारी पकड़े मात से बाज नहीं आए पर बाज की साज सवारी पकड़े बात पे बात शिकार हुए पर अबकी बार शिकारी पकड़े क्यों आंखें रिस रिस लाल हुई रिश्तो की लाज बेचारी पकड़े आंख से आंख मिले तब ही कोई आंख की फांस हमारी पकड़े धर दाम पै दाम निजाम हुए जो बंदर आज मदारी पकड़े लाला ,अपनी जेब कतर लाए फिर रात विराट भिखारी पकड़े #NojotoQuote #nojoto