Nojoto: Largest Storytelling Platform

कर्मों की तपिस से,खिलेगा ख़्वाबों का कमल..! बेफिक्

 कर्मों की तपिस से,खिलेगा ख़्वाबों का कमल..!
बेफिक्र रह आवेग में न बह,मीठा होगा सब्र का फल..!

ज़िन्दगी की यही रीत,कभी हार कभी जीत..!
पर अहम् के गीत गुनगुनाने से,थोड़ा सा संभल..!

ऊँचा है आकाश,रख ज्ञान का प्रकाश..!
बिखरते मन के आशियें को,कर साहस से प्रबल..!

कीचड़ है संसार,ख़ुद को दे आकार..!
विकसित नज़र आएगा,तुझे सुनहरा कल..!

होना न कभी निराश,रख मन में हरदम आस..!
परिश्रम से ज़िन्दगी तेरी,हो जाएगी यूँ ही सफ़ल..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #lakeview #KarmonKaFal