समुन्दर है तो लहरों का मचलना भी ज़रूरी है अथाह गहराई हैतो क्या छलकना भी ज़रूरी है मन में छुपी हों लाखों भावनाएं किसी के लिए तुम्हारे लहजे में, बातों में खनकना भी ज़रुरी है प्रेम जताने में भी उदार रहो हर बार आंखें पढ़ना मुश्किल रहता है लहज़े में अपने खुशगवार रहो मर्सिया पढ़ने को जमाना कब से बैठा है #jayakikalamse #wssouthindianwedding bg #wrscribblezone