बेसक वो दरिंदे हैं इंसानियत के नाम पर काले धब्बे है अरे सामाज वालो अब भी यही कहोगे की उस बच्ची को सँभल कर रहना था। अरे संभलना तो छोड़ो, उसने अपने कदमो पर चलना भी नही सीखा था । उसने तो हर गोद को माँ बाप की गोद समझा। अरे उसे क्या पता था जिस देश मे उसका जन्म हुआ उस देश ने इंसान के नाम पर भेड़िये पाल रखे है सरकार सरकार सरकार कब तक थोपेंगे अपनी जिम्मेदारियों को सरकार पर हम ............ हम रहते है उस समाज मे जहां ये भेड़िये पलते है। जिस देश की बेटियां सुरक्षित नही हो सकती वो देश कभी समृद्ध हो नही सकता और याद रखना -जिस दिन हिंदुस्तान ने अपनी बेटियों को सुरक्षित कर लिया उस दिन हमे समृद्ध होने से कोई रोक नही सकता ।। #justicefortwinkle#india