आज चांद इतना खूबसूरत सा , जैसे उसके माथे का टीका हो.. उसके बाजू लाली ऐसी, जैसे उसके होठों पर हंसी हो .. ऐसे में उस चांदनी को क्यों ना गुरूर हो , जब चांद उसके इतने करीब हो... ©Manashri Kasralikar #kojagiri #nojato #Chand