भाग-1 बचपन वाली मस्ती अब कहाँ, वो माँ की गोद से लेकर पिता के कंधों तक का सफर अब कहाँ, वो माँ का हर सही गलत बात पर हमारा ही पक्ष लेना, और पिता की स्नेह से भरी बनावट डांट अब कहाँ, बचपन वाली मस्ती अब कहाँ, वो गर्मी की छुट्टियों वाला नानी का घर कहाँ, वो चिलचिलाती धूप भरी दोपहरी में, घर से बाहर निकल कर बाग में आम तोड़ना अब कहाँ, बचपन वाली मस्ती अब कहाँ, जारी है........ #yqdidi #yqbaba #yqtales #forallwriters