हर हाल बरतें एहतियात । मास्क, अन्तर सह धोएं हाथ ।। 46 साल पहले जनसाधारण जहां था अब भी वहीं रहा, आम आदमी गुलाम था,हैं,रहेगा, सबको समझ रहा । तब उच्च न्यायालय के फ़ैसले को 'शीर्ष' ने बदल दिया, अब न्यायालय फ़ैसला नहीं आग्रह का मार्ग अपना रहा ।। जनता मालिक है, ये है कही सुनी बात, जिन खंबो पे टिका लोकतंत्र, उनके ही जर्जर हालात । चुनावी ज़िम्मा आयोग का इसमें नहीं छिपी कोई बात, फिर 'शीर्ष' से गुहार तक आज क्यूं आ पहुंची बात ।। फिरंगियों की गुलामी में रजवाड़े थे नतमस्तक, जन पे राज राजाओं का, उनके उपर अंग्रेज़ी हुकूमत । दो मंजली गुलामी से निकल हम इक मजली में आये, अंग्रेजों की एवज़ अग्रज, लाद रहे गुलामी की लानत ।। कोरोना रैलियों में आने से यक़ीनन ही डरा है, आम के किसी कारण मिलने पे बढ़ा ख़तरा है । रैलियों में बड़ी भीड़ देख मन होता गदगद, जन मन के मिलन से ही रोग चारों ओर पसरा है ।। #AaveshVaani #deshbhakti #democracy #JanMannKiBaat #hakeekat #yqbaba #ytdidi