ख़फा हो गई वो मुझसे, जो मैने प्यार का इज़हार किया था| ख़ता मेरी थी इतनी सी, के मैने उसे हद से ज्यादा चाहा था| कब तक आख़िर रहता ख़ामोश कभी ना कभी तो कहना था| रहती है जैसे वो दिल में मेरे मुझे भी उसके दिल में रहना था| पहचान थी बचपन की दोस्ती थी बचपन से ही वो इस दिल में बसती थी| पता न था के वो बुरा मान जाएगी इज़हार को मेरे वो मेरी ख़ता मान जाएगी| #ख़तामेरी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqdidi #खता_ए_इश्क ख़फा हो गई वो मुझसे, जो मैने प्यार का इज़हार किया था| ख़ता मेरी थी इतनी सी, के मैने उसे हद से ज्यादा चाहा था| कब तक आख़िर रहता ख़ामोश