“ काँटों से दिल्लगी करने के यही अंजाम होते हैं के ; हम कहीं मुर्दा तो नहीं अभी जान बाक़ी है दिल को यही तसल्ली कराते हैं ” “ Kaanto'n Se Dillagi karne ke Yahi Anjaam hote hain Kay ; Hum Kahin Murdaa Toh nahin Abhi Jaan Baqi hai Dil ko Yahi Tassalli karaate hain ” #yourquotedidi #yourquotebaba #yourquotediary #yourquotetales “ काँटों से दिल्लगी करने के यही अंजाम होते हैं के ; हम कहीं मुर्दा तो नहीं अभी जान बाक़ी है दिल को यही तसल्ली कराते हैं ”