न नींद और न ख़्वाबों से आँख भरनी है कि उस से हम ने तुझे देखने की करनी है वो फूल और किसी शाख़ पर नहीं खुलना वो ज़ुल्फ़ सिर्फ़ मिरे हाथ से सँवरनी है हमारे गाँव का हर फूल मरने वाला है अब उस गली से वो ख़ुश्बू नहीं गुज़रनी है ~तहजीब हाफी #तहजीबहाफी #love #Nojoto