उन्हें यकीन तो नहीं था ,, कि हम ना चीज भी उनके लिए अनमोल हो जाएंगे,, हम उनके पैरों के धूल समझे जाने वाले,, यूं अचानक रसूल हो जाएंगे,, और यूं नजर अंदाज भी करना पड़ेगा,, दिल में बिठा कर उनको चाहतों की बस्ती में भी,, ऐसे गमजदा माहौल हो जायेंगे,, तमासायी बन जायेंगे,,, इश्क में हद से गुजरने,,, हकीकत की मोहब्बत में भी,, इतने नखड़े,,इतने वशुल हो जायेंगे😞😞😴😴 ©tum #Loneliness best poetry Ambika Jha Kumar Ranjeet Ombhakat Mohan( kalam mewad ki) jeevesh yadav #Ajadkalakar