हवाएँ फिर से ठंड हो गई आसमां फिर से बेरंग हो गई !! धूल गई मन की सारी उल्फत बारीश फिर से हुरदंग हो गई !! हादशे ,ठोकरे आई गई वो जख्म जहन में संग हो गई !! बारीशे सुकुंन होंगी तेरे लिए छत चूनेवालों की ये जंग हो गई !! हवाएँ फिर से ठंड हो गई बारीश फिर से हुरदंग हो गई !! #life #lifequotes #barish #yqdidi #yqbaba #yqhindi #shayari#yourqoutes