कुम्हार आज मैं हिन्दू धर्म के कुम्हार जाति के बारे मे बताना चाहूंगी।कुम्हार कठीन परिश्रम कर मिट्टी के बर्तन बनाता है और मिट्टी के बर्तन बनाने में पंच तत्व का प्रयोग करता है।पंच तत्व है-अग्नि,जल,वायु,आकाश और पृथ्वी ।वह अपना कार्य बहुत लग्न के साथ रात-दिन करता रहता है ।मिट्टी के बर्तन बनाने में बहुत मेहनत लगता है जैसे-मिट्टी लाना उसे भिगो के सानना भिर चाक के सहायता से बर्तन बनना धूप में सूखा कर लकड़ी का प्रबंध कर आग के भट्टी में मिट्टी के बर्तन को पक्काना ,पक्काने के बाद,उसे ठंडा होने पर गाँव-गाँव बेचना और बेचने के बाद जो पैसा आता है उससे अपने परिवार का जीवनयापन करना ।वह अपने इस कार्य से संतुष्ट और गर्व महसूस करता है।इसलिए इन्हें प्रजापति कहा जाता है । कुम्हार की कहानी ।