लहरों के थपेड़ों की अब आदत सी हो चुकी है मुझे... शांत किनारे अब दिल को भाते नहीं है.... यादों मैं तो अक्सर हो जाती है मुलाक़ात उनसे... पर रूबरू अब वो मेरे आते नहीं है... #sadakchaap #badbola