“नदी पर्वत से उतरे तो मैं तेरी चाल लिखता हूँ, तेरे होठों की लरजिश पर हर इक सुर-ताल लिखता हूँ, तेरी आँखों की झीलों में है मेरे इश्क के आँसू, तो जानेमन मै तेरे नाम ये भोपाल लिखता हूँ...!” ©Ravi Malviya #ilovebhopal #mysuferbhopal #created#byRavimalviya