काँच सा था चमकता इन आँखों में कभी टूट गया जब से इन्हीं आँखों में चुभता है ख़्वाब ही तो था आख़िर कैसे पूरा होता भला .... कुछ सपने हमेशा ज़िंदा रहते हैं। #बचपनकाख़्वाब #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi