मेरे शहर का इरादा जानना है, तो चले आओ दिल की बस्ती में माना परिंदा हूँ, तो तुम आसमान न देखो मेरी उड़ान देखो तेरे होने का हिस्सा, तेरे न होने का हिस्सा, तेरे संग जाम का हिस्सा और फिर थोड़ा तन्हाई का हिस्सा, मेरे मर्ज और तेरे दवा का हिस्सा दिल-ए-ऐतबार का ये किस्सा सुनो, मेरे इश्क़ का ये तमाशा है, दिन को दीन और रात को इमान सा है #nojoto#loveuforever#terahissamerakissa Inspired by JANE TERE SHEHAR KA KYA IRADA HAI, AASMAN KAM PARINDEY JYADA HAI