गुज़रते साल का हिसाब बाकी रह गया है। कुछ मुखौटे गए हैं उतर, कुछ का नज़रों से उतरना बाकी रह गया है। कुछ भर गए हैं ज़ख्म बीती बातों के, कुछ पर मलहम का काम बाकी रह गया है। तलाश लाया हूँ मैं निकालकर भीड़ से, अब खुद को तराशने का काम बाकी रह गया है। एक काम बाक़ी रह गया है... #कामबाक़ीरहगयाहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #byebye2021 #yearend #quotebyshubh #poetry