....और जिसके दिल में हुसैन होगा उसका दिल शक्सियातपरस्ती ,बूथ परस्ती, क़ब्र परस्ती, बुज़ुर्ग परस्ती से पाक रहेगा, शिर्क ओर बिद्दत से साफ रहेगा। ज़ेहनी गुलामी से आज़ाद रहेगा। सिर्फ एक अल्लाह को इबादत करेगा, गैर अल्लाह को नही पुकारेगा। क़ुरान और सुन्नत पे अमल करने वाला होगा। सिर्फ लबो पे हुसैन नही होगा बल्कि अमल में हुसैनियत होगी उसके।। ....और जिसके दिल में हुसैन होगा उसका दिल शक्सियातपरस्ती ,बूथ परस्ती, क़ब्र परस्ती, बुज़ुर्ग परस्ती से पाक रहेगा, शिर्क ओर बिद्दत से साफ रहेगा। ज़ेहनी गुलामी से आज़ाद रहेगा। सिर्फ एक अल्लाह को इबादत करेगा, गैर अल्लाह को नही पुकारेगा। क़ुरान और सुन्नत पे अमल करने वाला होगा। सिर्फ लबो पे हुसैन नही होगा बल्कि अमल में हुसैनियत होगी उसके।।