धूप-छाँव के ही जैसे है सुख-दुख का आना-जाना, फिर मुश्किलों से क्या घबराना? यही पाठ पढ़ाती हमको हमारी जिंदगी। ©Priya Gour धूप-छाँव #Twowords #30june 10:35