अक्सर गहरी रातों में लिखने बैठ जाता हूं, शहर की भीड़ में भी खुद को अकेला पाता हूं लिखना चाहता हूं बहुत कुछ पर, खुद मै ही उलझ कर रह जाता हूं ! Ajay chauhan #my_first_hindi_shayari