#OpenPoetry छोड़ो इस जंजाल को रूढ़िवादी रीति-रिवाज़ को समय सुनहरा भी आएगा तुम भी तो कुछ योगदान दो सृष्टि का हर ऋण करो अदा वनस्पति-जीवों से प्रेम सदा आभार व्यक्त करो प्रकृति का श्रृंगार करो इस धरती का संजीव करो बहारों को बगीचों को, पहाड़ों को, खारे नीर से ज़्यादा भर दो मीठे ताल-तालाबों को मौन बैठ चिंतन करो क्या हितलाभ है स्वार्थ का? ठहरो और आत्मनिरीक्षण करो समृद्धि-सफ़लता ही नियत इष्ट है परिणाम है परमार्थ का। शीर्षक : "चिंतन" Page - 4 #nojoto #love #writersofindia #writersofinstagram #poetrycommunity #Poeticjustice #poetry #quote #igwriters #poetsofindia #nojotohindi #thoughts #wordsofwisdom #igpoets #wordgasm #indianwriters #nojotoapp #qotd #wordporn #shayaris #writersofindia #igwriterclub #hindikavita #yourquote #poem #hindipoetry #contemplation #consideration #thoughts #shabdanchal #HimalayaSahityaSanskritiManch #nojotopoetry #nojotovideo #nojotoofficial