जख्म देकर पूछते हो कि क्या माजरा है, शायद तुम्हें मेरा दर्द नहीं दिख रहा है। दर्द देकर तकलीफ की वजह पूछने वाले, याद रख ऊपर वाला सब कुछ देख रहा है। लाख काँटे बो दे मेरे रास्ते में पर याद रख, अपने गुनाहों का तू खुद घड़ा भर रहा है। हर सुख और दुःख का वो हिसाब करता है, बस तेरे गुनाहों का वो फैसला लिख रहा है। नमस्कार लेखकों। हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें | Check out our pinned post 🎊 #rzज़ख्म_देकर_पूछते_हो #yqrestzone #yqdidi #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine #मेरी_ख्वाहिश