बेख़ुदी की हदे पार कर खुली आँखों से एक ख्वाब देखा है। गर तुम्हे अपनी खूबसूरती पे नाज़ है तो सुनों हमने हर सुबह मंदिर के पीछे नाले में बहता गुलाब देखा है। और जिस इश्क़ को अधूरे हम छोड़ आए थे उसे छपे बाज़ारो में एक किताब देखा है। और तुम ताजमहल देख इतराते हो जनाब! हमने करवटे बदलते मुमताज देखा है।। #खूबसूरत#इश्क़ #nojoto #nojotolove #lovesayari #poetry #rjranjan