न्याय का खुद का कोई पैमाना नहीँ होता । बल्कि वो तो इस बात से तय होता है की आपने उसके पांसंग में तराज़ू के दूसरे पलड़े में .... उसे किस चीज़ के बराबर तौल रहे हैं। - अदिती कपीश अग्रवाल Collab with Democrats & Dissenters and define #justicein6words #yqbaba #yqdnd #justice #dndoneliners #collabwithdnd #YourQuoteAndMine Collaborating with Democrats & Dissenters