हमेशा की तरह मैं उसमें कुछ बात देखता हूं, कुछ रीति रिवाजों को छोड़ कर मैं उसके ज़ज्बात देखता हूं, वो सबसे लड़कर मेरे साथ दो चार कदम चलना चाहती है, मैं उसके तौर तरीक़े, दुनिया से लड़ जाने की ताकत को देखता हूं... @हम सबकी एक अधूरी कहानी By Vedprakash #Hopelovewithfeeling