कर चले हम यार तेरे नाम अपनी इक नज़म मयकदों के हर नशे से भी नशीली इक नज़म ले लगा इक घूँट तू भी और थोड़ा झूम ले शरबतों की सूरतों में मिलने आयी इक नज़म