कभी वो दोस्ती को याद करते हैं । हँसी खुशी की इक बात करते थे । अपनी हदों को तोड़कर दुनिया की बन्दीशों को तोड़कर । इंन्साफ के लिए बगावत करते हैं । किसी की मुस्कुराहट से कभी मोहब्बत करते थे।