अंधेरा जब हद से ज्यादा बढ़ने लगे तो खुद को जलाकर सूरज बना लेना। जीवन में हर कदम पर एक नई चुनौती है इसे हंसकर अपना बना लेना। चट्टानें जब तुम्हारा रास्ता रोकने लगें उनको काटकर अपनी राह बना लेना। जीवन हो जब तुम्हारा बहुत संघर्षों से भरा तुम अपना एक लक्ष्य बना लेना। ना घबराना हार से तुम अपनी हार को ही अपनी जीत की सीढ़ी बना लेना। याद करे तुम्हें जहां सारी दुनिया तुम अपना एक ऐसा आसमान बना लेना। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-38 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा। 💫 प्रतियोगिता ¥38:- हर कदम एक नई चुनौती