काश अगर मैं पक्षी होती, खुले गगन मे करती सैर, ना कोई झंझट ना कोई दुविधा नहीं किसी से होता बैर, जीवन के अमृत घड़ी को, ना मैं कभी त्यागती, ब्रह्ममुहुर्त में सभी साथियों के साथ मैं भी जागती, लेती प्रभु का नाम प्रथम फिर करती कोई काम, नही होता मेरा भी नाम मानव भांति बदनाम, अनजान सी कोई गुस्ताखी कर ना मानव भांति में रोटी , ना ही मैं खोती प्रभु का दिया हुआ अमूल्य ज्योति, काश ........ ©shalmali shreyanker #drd #jivan #jindgi #Love #Dil #shalmalishreyanker #Drown