चलों आज फिर इश्क़ लिखें ,गुलिस्ताँ में खिला हुआ तुम्हें कमल लिखें दास्ता -ए- इश्क़ का वो शहर लिखें, अपनी मोहब्बत में तुम्हें हमसफ़र लिखें ।।। Challenge-153 #collabwithकोराकाग़ज़ 2 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) "हम लिखते रहेंगे" प्रतियोगिता की टीम बनाने का आज आख़िरी दिन है। कृपया पिन की हुई पोस्ट का कैप्शन पढ़िए :) #चलोइश्क़लिखें #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️#squeen