टूटा दिल (अनुशीर्षक में पढ़ें) टूटा दिल दिल में संजो कर रखा था, प्यार का फूल तुम्हारा धोखे ने तुम्हारे पनपने ना दिया उसे, दिल टूट गया हमारा कितनी शिद्दत से की थी मोहब्बत हमने तुमसे,