रहता था मैं सुकून में पता न था हूँ मैं अंधेरे में, कह भी दिया उसने पसंद नहीं अब वो प्यार के तीन सब्द गलती किया था बिन मिले प्यार हमने अब बात सुनके उसके रह गया हूँ स्तब्ध झूठी हमको तस्सली दी थी भरोशा हमारा जीत ली थी प्यार के छाओं तले सुकून में था पता चला उस चिराग की रोशनी से मैं दूर अंधेरे में था । प्यार की छाँव में, था कभी अपना सफ़र। #प्यारकीछाँव #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #sujitshayari #sujitquotes #skmquotes #skmshayari