हर तरफ बेबस और लाचार सा आज इंसान है। भूला अपनी गलतियां देता खुदा को इल्जाम है। तेरी ही गलतियों की ये सज़ा मिल रही आज है। दे जरूर रहा है खुदा पर मन से वो भी उदास है। #iAmShubh 🌝प्रतियोगिता- 212🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"उदासी"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I