तिरे आगे तंगहाल हैं या कि पीछे बस न पूछ हाल पूछती हैं जेबें भी अब तू ही बस न पूछ रंगसाज़ी के हैं चर्चे मेरी ज़ुबाँ के हर इक सू तिरे आगे मैं बेजुबाँ हूँ क्यूँ तू ही बस न पूछ तेरी तंगदिली से मुतास्सिर हैं ये जहांनावर महफ़िलों में राज़दां है इक तू ही बस न पूछ तिरे पीछे चाहने वाले राज़ मिरे भी हैं बहुत तिरे आगे पूछे न क्यूँ जहाँ तू ही बस न पूछ जहांनावर=world knowing/ learned राज़दां=keeper of secrets तिरे आगे तंगहाल हैं या कि पीछे बस न पूछ हाल पूछती हैं जेबें भी अब तू ही बस न पूछ रंगसाज़ी के हैं चर्चे मेरी ज़ुबाँ के हर इक सू तिरे आगे मैं बेजुबाँ हूँ क्यूँ तू ही बस न पूछ तेरी तंगदिली से मुतास्सिर हैं ये जहांनावर महफ़िलों में राज़दां है इक तू ही बस न पूछ