कोई तो सुन लो मेरी खामोश सांसो को, कोई तो समझ लो मेरे बुझे ज़ज़्बातों को कोई तो देख लो मेरे लाचार कदमो को कोई तो बता दो मेरे उजड़े हालातो को अब तो चारो ओर मैं और मेरी तन्हाइयां है, ज़िन्दगी में अब रुसवाईयाँ ही रुसवाईयाँ हैं.... तन्हाई कोई तो सुन लो मेरी खामोश सांसो को, कोई तो समझ लो मेरे बुझे ज़ज़्बातों को कोई तो देख लो मेरे लाचार कदमो को कोई तो बता दो मेरे उजड़े हालातो को अब तो चारो ओर मैं और मेरी तन्हाइयां है, ज़िन्दगी में अब रुसवाईयाँ ही रुसवाईयाँ हैं....