बिश्वास टूटने पर दिल जार-जार रोता है। चैनो-करार जीगर का बार-बार खोता है।। फिर किसी पर सहज में बिश्वास नहीं कर पाते। दुध का जला छाछ को भी फूँक-फूँक कर पीता है। #बिश्वास का टूटना