यूं तो तुम वाकई बहुत खूबसूरत हैं मगर जब तुम सजती हो ना अपनी सादगी से तो तुम्हारी खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं तुम्हारा तन जितना कोमल हैं ना मन तो उससे भी ज्यादा कोमल हैं तुम्हारे निर्मल भाव और मीठी हसी मेरे उर को कुछ इस तरह लुभाते हैं जैसे मानो किसी भंवरे को कोई पुष्प सहज भाव से अपनी ओर खींच रहा हो ©Ankur tiwari #widows