ये जो अमावस की रात काली है , दिया जला दो और हो गई दिवाली है । गिले शिकवों का हिसाब रहने दो, जुबां पे मोहब्बत का स्वाद रहने दो , दादी के मंदिर में जो मिठाई की थाली है, चख लो उसे और हो गई दिवाली है । नाराजगी का तो रंग ही काला है , दिल से न लगाओ तो सब उजाला है , बहन ने जो सजाई रंगोली निराली है , प्यार से देखो उसे और हो गई दिवाली है । चिट्ठी संदेशों की बौछार सही , अकेले हो तो अपनों की आवाज सही , सच्चे रिश्तों में कहां दूरियों ने कसक डाली है, बस फोन लगाओ और हो गई दिवाली है । माना तोहफे त्योहारों का रिवाज सही , पर खुशियां उपहारों की मोहताज नहीं , सच्ची हंसी जो चेहरे पे लाए लाली है , उसको ढूंढ के ले आओ और हो गई दिवाली है ।। शुभ दीपावली ~ सुगंध #deepawali #diwali #sugandh_ankahi #yqhindi #yqdidi