सूरज की तपन अब तेज होने को है, समस्त प्राणी जन धूप से परेशान होने को है, प्रकृति का नियम है ऋतुओं का बदलना, इंसानियत का धर्म है प्यासे को पानी देना, नदियां-तालाब सब सूख जाएंगे, प्राणी जन के साथ साथ पंछी भी घबराएंगे, इंसानों के लिए तपती गर्मी में प्यास बुझाने के लिए, प्याऊ हर कोने-कोने में लगाए जाएंगे, अपनी प्यास बुझाने के चक्कर में पंछी इधर से उधर जाएंगे, न जाने कितने पंछी दो बूंद पानी की आस में प्यासे ही मर जाएंगे, एक चिड़िया का निवेदन सुनो लो दुनिया वालों, भीषण गर्मी अपनी रफ्तार पकड़ने को है हम बेजुबान पंछी पानी के लिए तरसने को हैं, जब तुम मटकी अपने घर में लाओ, एक कुण्डी हमारे लिए भी ले आना, प्यास हमारी बुझ जाएगी कष्ट हमारे मिट जाएंगे, भीषण गर्मी के यह दिन आप लोगों के छोटे से प्रयास से आसानी से हमारे कट जाएंगे!! प्रियतम कुण्डी -पानी भरने का पात्र गर्मियों के दिन है कृपया सब लोग अपने घरों में जीव जंतुओं के लिए पानी की व्यवस्था अवश्य करें क्योंकि मानवता ही प्रथम धर्म है! ❣️❣️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 #चिड़ियाँ #पानी #मानवता_धर्म #जीवन #सहायता