इन अंधेरों में छिपा एक उद्गार निकलेगा आज नहीं तो कल वक्त का इस वक्त का भी सार निकलेगा पिता की 'फिक्र' को 'फक्र' में बदलना है 🙂 #yqdidi #yqbaba #hindi #hindipoetry #kumargaurav #time