अंतर्मन में उजाला ला सूरज तो निकला है, क्यूं बैठे हो उदास होकर। फिर से चल निकल सफर की ओर, मंजिल मिलती नहीं हारकर विश्वास खोकर।। #sipahi_yadav bilief, manzil